How to become a computer forensics investigator | what is a computer forensics
how to become a computer forensics investigator |
how to become a computer forensics investigator: एक computer forensic investigator होने के लिए बहुत सारे skills और knowledge शामिल हैं। Computer forensic investigators को कंप्यूटर, मोबाइल फोन या किसी अन्य डिवाइस से साक्ष्य और डेटा एकत्र करने और उनका विश्लेषण करने में सक्षम होना चाहिए।
उन्हें डिजिटल डेटा और फ़ाइलों को देखने और पहचानने में सक्षम होने की आवश्यकता है, और यह समझने के लिए कि उन फ़ाइलों और डेटा को कैसे बनाया और उपयोग किया जाता है।
Computer forensics investigators को law enforcement अधिकारियों और वकीलों को अपने निष्कर्षों का वर्णन करने और रिपोर्ट करने में सक्षम होना चाहिए।
यदि आप इस क्षेत्र में रुचि रखते हैं, तो आप जानते हैं कि यह एक रोमांचक और चुनौतीपूर्ण करियर है जिसे आप पसंद करेंगे। Computer forensics में रुचि रखने वालों के लिए, यह ब्लॉग आपको एक विचार देगा कि आप क्या करेंगे।
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what is a computer forensics?
what is a computer forensics: डिजिटल फॉरेंसिक या कंप्यूटर फॉरेंसिक यह फॉरेंसिक साइंस की एक शाखा है जिसमे साइबर क्राइम से संबंधित डिजिटल डिवाइस जैसे कंप्यूटर, मोबाइल, हार्ड डिस्क इत्यादि से डाटा रिकवरी और इन्वेस्टीगेशन का काम होता है।
डिजिटल फोरेंसिक में डिजिटल साक्ष्य का आइडेंटिफिकेशन, preservation, analysis और डॉक्यूमेंटेशन की प्रक्रिया शामिल है और आवश्यकता होने पर सबूत को अदालत में पेश करने के लिए किया जाता है।
what is a computer forensics: Computer forensics, computer science के भीतर science की एक शाखा है जिसका उपयोग computer systems की जांच करने और यह निर्धारित करने के लिए digital evidence का अध्ययन करने के लिए किया जाता है कि क्या कोई अपराध किया गया है या नहीं।
एक computer forensics investigator बनने के लिए, एक प्रमाणित law enforcement अधिकारी, एक प्रमाणित government computer forensics examiner, या एक प्रमाणित computer forensics analyst बनना चाहिए।
Steps of Computer Forensics
1. Identification
सबसे पहले हम evidence ढूंढते है identify करते है। साथ ही साथ यह भी देखते है की ये कहां और किस स्थिति में stored है।
2. Preservation
इस स्टेप में हम जो भी डाटा कलेक्ट किये है उस डाटा को अलग, सुरक्षित और संरक्षित करना होता है। इस स्टेप में सबसे अहम् बात ये है की सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने से लोगों को रोकना शामिल है।
3. Analysis
इसमें हमे अब तक जो भी डाटा मिला है उस सबको मिला कर हम reconstruct करते है और जो भी evidence हमें मिला है उस आधार पर conclusion निकलते है।
4. Documentation
इसके बाद हमें जो भी डाटा मिला है उसका हम रिकॉर्ड बनाते है और क्राइम scene को फिर से recreate करते है। यह सब काम डॉक्यूमेंट में होता है।
5. Presentation
इस अंतिम स्टेप में हम सभी कुछ को summarize करते है और उसके बाद निष्कर्ष निकालते है।